आज के दौर में जब बिजनेस जगत तेजी से बदल रहा है, इंटरनेशनल स्कूल ऑफ मैनेजमेंट (ISM) पटना अपने प्रतिष्ठित पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा इन मैनेजमेंट (PGDM) कार्यक्रम के माध्यम से कॉर्पोरेट जगत के भावी नेतृत्वकर्ताओं को तैयार कर रहा है। ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (AICTE), मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा अनुमोदित यह दो वर्षीय फुल-टाइम प्रोग्राम स्टूडेंट्स को व्यावसायिक प्रतिस्पर्धा में सफलता प्राप्त करने के लिए आवश्यक ज्ञान, कौशल और रणनीतिक दृष्टिकोण प्रदान करता है।
व्यावहारिक एवं उद्योग-केंद्रित पाठ्यक्रम
पीजीडीएम प्रोग्राम छह ट्राइमेस्टर में विभाजित है, जिसमें पहले वर्ष में प्रबंधन के मूलभूत सिद्धांतों पर जोर दिया जाता है, जबकि दूसरे वर्ष में मार्केटिंग, फाइनेंस, ह्यूमन रिसोर्स और आईटी मैनेजमेंट जैसी प्रमुख विशेषज्ञताओं में छात्रों को प्रशिक्षण दिया जाता है। पाठ्यक्रम को नवीनतम उद्योग रुझानों के अनुरूप तैयार किया गया है ताकि छात्र वर्तमान कारोबारी चुनौतियों का आत्मविश्वास के साथ सामना कर सकें।
इस कार्यक्रम की प्रमुख विशेषता अनुभवात्मक शिक्षा (Experiential Learning) है। पहले वर्ष के बाद अनिवार्य ग्रीष्मकालीन इंटर्नशिप छात्रों को वास्तविक कॉर्पोरेट वातावरण से परिचित कराती है, जिससे वे सैद्धांतिक ज्ञान को व्यावहारिक दृष्टिकोण से जोड़ सकें। यह अनुभव छात्रों को बहुआयामी लीडर के रूप में विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
नवाचार और सहयोग पर आधारित शिक्षण पद्धति
आईएसएम पटना में शिक्षा पारंपरिक कक्षा शिक्षण तक सीमित नहीं है। टीम-आधारित लर्निंग और अनुसंधान-आधारित प्रोजेक्ट इस शिक्षण प्रणाली का आधार हैं। छात्र अनुभवी शिक्षकों के मार्गदर्शन में गहन शोध, उद्योग विश्लेषण और केस स्टडीज़ में संलग्न होते हैं।
कॉर्पोरेट इंटरैक्शन, उद्योग विशेषज्ञों द्वारा गेस्ट लेक्चर्स, सेमिनार और वर्कशॉप्स में भागीदारी छात्रों को व्यावसायिक अंतर्दृष्टि और समस्या समाधान की नवीन दृष्टि प्रदान करती है।
कॉर्पोरेट एडवाइजरी बोर्ड: उद्योग-अकादमिक सेतु
आईएसएम पटना ने उद्योग-अकादमिक खाई को पाटने के लिए एक कॉर्पोरेट एडवाइजरी बोर्ड (CAB) की स्थापना की है, जिसमें प्रतिष्ठित उद्योग विशेषज्ञ और शिक्षाविद शामिल हैं। यह बोर्ड पाठ्यक्रम विकास में योगदान देता है, जिससे यह लगातार उद्योग की गतिशील आवश्यकताओं के अनुरूप बना रहे।
मुख्य पहलें:
पाठ्यक्रम संवर्द्धन: उद्योग की नवीनतम आवश्यकताओं को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाता है।
एम्प्लॉयबिलिटी एन्हांसमेंट ट्रेनिंग प्रोग्राम्स: छात्रों के व्यावसायिक कौशल को निखारने के लिए कार्यशालाएं और मेंटरशिप सत्र आयोजित किए जाते हैं।
फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स: शिक्षकों को उद्योग विशेषज्ञों के सहयोग से प्रशिक्षित किया जाता है।
आंत्रप्रेन्योरशिप सेल: स्टार्टअप कल्चर को बढ़ावा देने के लिए नवाचार और उद्यमशीलता को प्रोत्साहित किया जाता है।
शानदार प्लेसमेंट रिकॉर्ड: सफलता की गारंटी
आईएसएम पटना अपने बेहतरीन प्लेसमेंट रिकॉर्ड के लिए जाना जाता है, जहां लगभग 90% PGDM ग्रेजुएट्स को प्रतिष्ठित कंपनियों में आकर्षक जॉब ऑफर मिलते हैं। संस्थान का समर्पित ट्रेनिंग और प्लेसमेंट सेल स्टूडेंट्स तथा प्रमुख कंपनियों के बीच सेतु का कार्य करता है।
प्रमुख भर्तीकर्ता:
HDFC बैंक, बंधन बैंक, कोटक लाइफ, अन्नपूर्णा फाइनेंस, उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक, टाटा ग्रुप, पेटीएम, पैंटालून्स, इंडसइंड बैंक, प्राइम एसेट्स रियल्टी, ग्रिफियो, BYJU’s, रिलायंस रिटेल, बाटा, बर्जर पेंट्स, ITC लिमिटेड, आईसीआईसीआई प्रुडेंशियल, फ़ेडरल बैंक, गोदरेज-नेचर बास्केट, LG, स्विगी, जोमैटो और अन्य प्रतिष्ठित कंपनियां आईएसएम पटना के छात्रों को नियुक्त करती हैं।
छात्रों को औसतन 6 LPA का पैकेज और कैंपस प्लेसमेंट में 18.5 LPA तक का उच्चतम पैकेज प्राप्त हुआ है।
भविष्य की सफलता का आधार
ISM पटना का PGDM प्रोग्राम केवल एक डिग्री नहीं, बल्कि एक परिवर्तनकारी यात्रा है जो महत्वाकांक्षी छात्रों को सफल बिजनेस लीडर्स में बदलता है। उद्योग-केंद्रित पाठ्यक्रम, अत्याधुनिक शिक्षण पद्धति और प्रभावी प्लेसमेंट सहायता के साथ, ISM पटना यह सुनिश्चित करता है कि हर ग्रेजुएट कॉर्पोरेट दुनिया की जटिलताओं को आत्मविश्वास के साथ पार करे और व्यावसायिक क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दे।
यदि आप मैनेजमेंट में एक सफल करियर बनाना चाहते हैं, तो आईएसएम पटना आपके लिए आदर्श मंच है। कॉर्पोरेट लीडर बनने की यह यात्रा यहीं से शुरू होती है!